BJP सांसद का विवादित बयान: ‘MP में लड़कियां नशा कर रही, अश्लील वीडियो देख रही’ – बवाल शुरू…!
शफी उस्मानी
PNN24 न्यूज़, रीवा (मध्य प्रदेश)। भारतीय जनता पार्टी (BJP) के रीवा से सांसद जनार्दन मिश्रा एक बार फिर अपने बयानों के चलते सुर्ख़ियों में हैं। सांसद मिश्रा ने इस बार सीधे तौर पर मध्य प्रदेश की युवा पीढ़ी, खासकर लड़कियों पर टिप्पणी करते हुए एक बेहद विवादित बयान दिया है, जिसने राज्य की राजनीति और सामाजिक गलियारों में हलचल मचा दी है। एक सार्वजनिक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सांसद जनार्दन मिश्रा ने नशे की समस्या पर बात करते हुए ऐसी बात कह दी जो संवेदना और जिम्मेदारी की सीमा को पार कर गई।

सांसद ने क्या कहा?
नशाखोरी और सामाजिक समस्याओं पर अपनी बात रखते हुए सांसद जनार्दन मिश्रा ने जो मुख्य बातें कहीं, वह इस प्रकार हैं:
- लड़कियों पर निशाना: उन्होंने दावा किया कि मध्य प्रदेश में लड़के ही नहीं, बल्कि अब लड़कियां भी नशा कर रही हैं और वे अश्लील वीडियो देख रही हैं।
- अकेले प्रशासन पर दोष नहीं: उन्होंने कहा कि नशाखोरी और इस तरह की समस्याओं को अकेले प्रशासन, IAS या विधायक के दम पर बंद नहीं किया जा सकता। उन्होंने यह भी कहा कि यह समस्या उनके बिल्कुल बस की बात नहीं है।
- माता-पिता को जिम्मेदार ठहराया: सांसद ने सारा ठीकरा माता-पिता पर फोड़ा। उनका तर्क था कि जब तक माता-पिता अपने बच्चों के साथ बैठकर उनकी गतिविधियों पर ध्यान नहीं देंगे, तब तक बच्चे गलत रास्ते पर जाते रहेंगे। उन्होंने पुराने ज़माने का ज़िक्र किया जब परिवार एक साथ खाना खाता था और बच्चों की हर गतिविधि पर चर्चा होती थी।
विवाद क्यों, और प्रतिक्रिया क्या?
सांसद जनार्दन मिश्रा का यह बयान तुरंत ही विवादों के घेरे में आ गया है, क्योंकि यह सीधे तौर पर समाज के एक बड़े वर्ग—युवा लड़कियों—को लांछित करता है।
- लिंग आधारित टिप्पणी: यह बयान दिखाता है कि समाज की किसी समस्या के लिए सांसद ने महिलाओं और लड़कियों को सार्वजनिक रूप से दोषी ठहराने का आसान रास्ता चुना।
- जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ना: जनप्रतिनिधि होने के नाते सांसद का यह कहना कि ‘नशा बंद करना मेरे बस की बात नहीं है’, उनकी सामाजिक और राजनीतिक जिम्मेदारी से बचने जैसा लगता है।
- विपक्ष का हमला: विपक्षी दलों, ख़ासकर कांग्रेस, ने सांसद के बयान पर तुरंत पलटवार किया है। विपक्ष का कहना है कि सांसद को सार्वजनिक रूप से महिलाओं और लड़कियों से माफी मांगनी चाहिए, और यह बयान बीजेपी की महिलाओं के प्रति संकीर्ण सोच को दर्शाता है।
सांसद जनार्दन मिश्रा पहले भी कई बार कलेक्टर को थप्पड़ मारने, भ्रष्टाचार की सीमा तय करने और अन्य मुद्दों पर विवादित बयान देकर सुर्खियां बटोर चुके हैं। फिलहाल, इस बयान पर बवाल बढ़ता जा रहा है और बीजेपी आलाकमान की चुप्पी भी सवालों के घेरे में है।











