सोशल मीडिया का ‘शिकारी’ गिरफ्तार…! आरोपी सुमित लड़कियों के अकाउंट हैक कर आपत्तिजनक तस्वीरें मंगवाकर करता था ब्लैकमेल

ईदुल अमीन
PNN24 न्यूज़, नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक ऐसे आदतन साइबर अपराधी को गिरफ्तार किया है, जिसने सोशल मीडिया को हवस और ब्लैकमेलिंग का अड्डा बना रखा था। यह 28 वर्षीय युवक, जिसका नाम सुमित कुमार है, लड़कियों के सोशल मीडिया अकाउंट हैक करता था और फिर उन्हें डरा-धमकाकर आपत्तिजनक तस्वीरें मंगवाता था और पैसे वसूलता था। इससे भी बड़ी चौंकाने वाली बात यह है कि यह आरोपी पहले भी बच्चों से जुड़े गंभीर अपराधों (POCSO एक्ट) में गिरफ्तार हो चुका है और जमानत मिलने के बाद फ़रार चल रहा था।
क्या था आरोपी का ‘फिशिंग’ जाल?
पुलिस के मुताबिक, सुमित कुमार बेहद शातिर तरीके से लड़कियों को अपने जाल में फंसाता था:
- हैक किए पुराने अकाउंट: वह सबसे पहले लड़कियों के पूर्व शिक्षकों या जान-पहचान वालों के सोशल मीडिया अकाउंट को फिशिंग (Phishing) तकनीक से हैक करता था।
- भरोसे का फायदा: हैक किए गए अकाउंट से वह पीड़िता को मैसेज भेजता था, जिससे लड़की को लगता था कि संदेश किसी परिचित ने भेजा है।
- झूठा डर: वह पीड़िता को यह दावा करके डराता था कि उसकी आपत्तिजनक तस्वीरें ऑनलाइन वायरल हो चुकी हैं।
- ब्लैकमेलिंग: डर का फायदा उठाकर, वह लड़की को धमकाता था और ‘वायरल होने से बचाने’ के नाम पर उससे पैसे ऐंठने के लिए और तस्वीरें भेजने के लिए मजबूर करता था। कुछ मामलों में तो उसने परिवार से भी वसूली की थी।
शिकायतकर्ता ने बताया कि आरोपी ने उसकी नाबालिग बेटी को ऐसे ही फंसाया और मॉर्फ की हुई तस्वीरें भेजकर परिवार से रकम वसूलने की कोशिश की थी।
POCSO का भगोड़ा, नोएडा से हुई गिरफ्तारी
पुलिस की साइबर टीम ने महीनों की कड़ी मशक्कत के बाद इस शातिर अपराधी को नोएडा के एक इलाके से गिरफ्तार किया।
- फरार चल रहा था: पूछताछ में पता चला कि सुमित कुमार पहले भी मालवीय नगर में इसी तरह के अपराध में पकड़ा गया था। जमानत मिलने के बाद, वह पुलिस को चकमा देकर बिहार भाग गया था।
- नई पहचान: उसे लगा कि पुलिस उसका पता नहीं लगा पाएगी, इसलिए वह नोएडा में एक आईटी कंपनी में हाउसकीपिंग सुपरवाइजर बनकर रह रहा था।
- आदतन अपराधी: पुलिस का कहना है कि सुमित कुमार एक आदतन साइबर अपराधी है, जिसका एकमात्र मकसद ब्लैकमेलिंग के जरिए आसानी से पैसा कमाना था।
दिल्ली पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि सुमित कुमार ने अब तक कितनी लड़कियों को अपना शिकार बनाया है और क्या इस रैकेट में उसके साथ कोई और भी शामिल है। साइबर क्राइम के इस बढ़ते खतरे के बीच, पुलिस ने लोगों को अज्ञात लिंक पर क्लिक न करने और टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन का इस्तेमाल करने की सलाह दी है।











