मिड-डे-मिल बना काल, 2 बच्चों सहित एक आंगनबाड़ी कार्यकर्ती की मौत।

मथुरा। रवि पाल। रिफ़ाइनरी क्षेत्र की काँशीराम काॅलोनी के समीप स्थित डायट परिसर में बने पूर्व माध्यमिक विद्यालय, प्राथमिक विद्यालय एवं आँगनवाड़ी  की विभिन्न कक्षाओ में पढ़ने वाले बच्चों की बुधवार को विद्यालय परिसर में मिड-डे मील के साथ अक्षय पात्र द्वारा वितरित किये गए दूध का सेवन करने की वजह से हालत बिगड़ गयी। जिसमें उपचार के दौरान 2 बच्चों की मौत हो गयी। व इसकी चपेट में आने से एक आँगनवाड़ी कार्यकत्री की भी मौत हो गयी।

गैरतलब है कि डायट परिसर के समीप स्थित प्राथमिक विद्यायल, पूर्व माध्यमिक विद्यालय व आँगनवाड़ी में काँशीराम कॉलोनी व आस-पास की अन्य कॉलोनियों के बच्चे पढ़ते हैं। कल बुधवार को विद्यालय परिसर में मिड-डे मील के साथ अक्षय-पात्र द्वारा दूध का वितरण भी किया गया था। जिसमें काँशीराम कॉलोनी के कुछ बच्चों ने तो दूध विद्यायल में ही पी लिया था। व कुछ विद्यालय में न पीकर दूध का पैकेट घर ले आये, जो कि उनके साथ-साथ उनके भाई-बहनों ने भी पिया था।
बताया जा रहा है कि दूध पीने के बाद कल शाम से ही बच्चों की हालत बिगड़ना शुरू हो गयी। और एक के बाद एक बच्चों ने उल्टी-दस्त करना शुरू कर दिया। बीमारी के चलते दो बच्चों जीशान(4वर्ष) पुत्र जाफर अली निवासी ब्लॉक- 58 काँशीराम कॉलोनी व कीर्ति(4बर्ष) पुत्री पूरन निवासी ब्लॉक- 70 काँशीराम कॉलोनी व एक आँगनवाड़ी कार्यकत्री ऊषा देवी(39वर्ष) पत्नी स्व० रमेश निवासी ब्लॉक- 72, मकान सँ० s-4 काँशीराम कॉलोनी की मौत हो गयी। तथा गंभीर से बीमार 70-80 बच्चों का इलाज स्वर्ण जयंती अस्पताल, जिला अस्पताल व नयति अस्पताल में चल रहा है।

दिल दहला देने वाली इस घटना से प्रशासन में भी हड़कंप मच गया। घटना की सूचना पर जिला अधिकारी राजेश कुमार व जिले के सभी प्रशासनिक अधिकारियों का काफिला इस ओर दौड़ पड़ा। जिलाधिकारी के आदेश पर स्वास्थ विभाग की दो टीमें तुरंत यहाँ आ गयीं। जिलाधिकारी ने घटनास्थल पर पहुँचकर विद्यालय परिसर का मुआयना किया। व काँशीराम कॉलोनी जाकर मृतक बच्चों के परिजनों से मुलाकात की। व अधीनस्थों को आदेश दिए कि वे बीमार हुए सभी बच्चों को शीघ्र अस्पताल पहुँचायें। 
प्रशासन द्वारा ये भी माना जा रहा है कि काँशीराम में व्याप्त गंदगी के कारण यहाँ का पानी दूषित हो गया है, जो कि घटना के लिए उत्तरदायी हो सकता है। जो सम्भव भी है। परंतु प्रशासन के इस मत का विरोध करते हुए यहाँ के लोगों का कहना है की घटना दूध पीने की वजह से ही हुयी है, पानी की वजह से नहीं। पानी तो हम काफी समय से पीते आ रहें है लेकिन आज तक तो कोई बीमार नहीं हुआ है।
यहाँ के पानी व दूध के सैम्पल प्रशासन द्वार ले लिए गए हैं। व उनकी जाँच करायी जा रही है। परिणाम आने के बाद ही मामले की स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।

बड़ी ही दुखद घटना है। बच्चों के परिजन कह रहे हैं कि दूध पीने से तबियत ख़राब हुयी है। लेकिन काँशीराम का पानी भी बहुत दूषित है। ये भी घटना का कारण हो सकता है। वास्तिवकता जाँच के बाद ही स्पष्ट होगी। मामले की जाँच करायी जा रही है। दोषियों के खिलाफ सख्त कारवाही की जायेगी।”

– राजेश कुमार, जिलाधिकारी मथुरा।

इस हृदय-विदारक घटना से आस-पास के क्षेत्र में भी कोहराम मच गया है। जिससे मामले पर सियासत भी गर्म हो रही है।
बीजेपी आई पीड़ितों के साथ-
घटना की जानकारी होते ही बीजेपी नेताओं ने यहाँ पहुँचकर दो सूत्रीय माँगों (मजिस्ट्रेट जाँच व पीड़ितों को आर्थिक मदद) को लेकर डीएम के नाम सीओ रिफाइनरी कुंवर अनुपम सिंह को ज्ञापन दिया। व काफी देर धरने पर बैठे रहे। इस दौरान एसडीएम माँट वैभव शर्मा से उनकी तीखी झड़प हो गयी।
बसपा ने भी साझा किया पीड़ितों का दुःख-
बसपा के वर्तमान क्षेत्रीय विधायक राजकुमार रावत भी यहाँ पीड़ितों का दुःख साझा करने चले आये। उन्होंने मृतक महिला का पोस्टमार्टम करवाने के लिए प्रशासन से आग्रह किया। ताकि मामले की स्थिति स्पष्ट हो सके।

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