फर्रुखाबाद: एडीजी ने था चेताया मगर नहीं हुई पुलिस सक्रिय, घर में घुसे नकाबपोश बदमाशो ने दिया दुस्साहसिक घटना को अंजाम

रोबिन कपूर

फर्रुखाबाद। नवंबर में आए एडीजी जोन जय नारायण सिंह जनपद के दौरे पर आये थे। इस दरमियान उन्होंने सभी थानेदारों के साथ बैठक कर कन्नौज में हुई घटना का जिक्र कर बाबरिया व छैमार गिरोह से सावधान रहने के लिए जागरूक किया था। उन्होंने आदेश दिया था कि रात को गश्त तेज कर दें, तभी ऐसी घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सकेगा। इसके बावजूद भी स्थानीय पुलिस सक्रिय नहीं हुई और अंततः फर्रुखाबाद जिले में नकाबपोश बदमाशों ने व्यापारी को बंधक बनाकर घर से जेवर और नगदी लेकर चले गये। चाभी न देने पर व्यापारी की पत्नी को लहूलुहान कर दिया। बदमाशों ने उसके जेवर उतार लिए और बक्से से नगदी व अन्य सामान निकालकर फरार हो गए।

घटना की सुचना पर पहुची पुलिस ने मामले में थोडा लीपापोती शुरू कर दिया और मामले को चोरी की घटना साबित करने का प्रयास किया है। थाना शमसाबाद पुलिस पूरे मामले को दबाने में अपनी ऊर्जा खर्च करने में जुटी रही। सूत्र बताते है कि पुलिस के दबाव में परिजन भी यह स्पष्ट नहीं बता सके की बक्से से कितनी नगदी व जेवरात गए हैं।

बहरहाल, घटना की जानकारी होने के बाद मौके पर पहुची पुलिस ने घायल महिला का सीएचसी में इलाज कराया। मामला शमसाबाद कस्बे के मोहल्ला रामलीला मैदान के पास का है जहा के निवासी उदयभान मिश्रा भवन निर्माण सामग्री बेचते हैं। दुकान के ऊपर ही उनका घर है। शुक्रवार रात उदयभान दुकान में सो रहे थे। उनकी पत्नी ओमवती ऊपर के कमरे में व दूसरे कमरे में मूकबधिर पुत्र पंकज व बहू नेहा सो रहे थे। पंकज का 27 नवंबर को विवाह हुआ था। परिजनों के मुताबिक देर रात छह नकाबपोश बदमाश घर में घुस गए।

घर में घुसे बदमाशो में से दो बदमाशों ने उदयभान को बंधक बना लिया। चार बदमाश जीने की कुंडी तोड़कर ऊपर मकान में पहुंच गए। दो बदमाशों ने पंकज व नेहा को बंधक बना लिया। बाकी दो बदमाश ओमवती के कमरे में पहुंचे। उन्होंने तमंचे के बल पर उससे अलमारी की चाभी मांगी। उसने मना कर दिया जिस पर बदमाशों ने ओमवती को डंडों से पीटकर लहूलुहान कर दिया।  इसके बाद सोने का मंगलसूत्र व कुंडल उतार लिए। ओमवती की चीख सुनकर नीचे से उदयभान ने भी शोर मचाया। इस पर बदमाश घर में रखा बक्सा उठाकर जीने के रास्ते से ही भाग गए।

गृहस्वामी उदयभान मिश्रा ने रात में ही एसपी अशोक कुमार मीणा को घटना की जानकारी दी। एसपी के आदेश पर कुछ ही देर में एसओ व सीओ कायमगंज मौके पर पहुंचे। पुलिस ने परिजनों से घटनाक्रम की जानकारी की और आसपास के इलाके में फोर्स भेजकर बदमाशों की तलाश की। मगर पुलिस के हाथ उस समय भी खाली रहे और समाचार लिखे जाने तक खाली है। बस सफलता इतनी मिली कि खाली बक्सा घर से कुछ दूर पर पड़ा मिला। उससे नगदी, जेवरात व कपड़े गायब थे। एसओ आर के रावत ने बताया कि चोर आए थे। आठ दस साड़ी ले गए हैं। महिला के चाभी न देने पर उससे मारपीट की थी। वही इससे मिलता जुलता बयान सीओ कायमगंज राजवीर सिंह ने भी मीडिया को दिया है। उनका भी कहना है कि आधा दर्जन चोर घर में घुसे थे। परिजनों के जाग जाने वह बक्सा लेकर भाग गए। महिला के साथ डंडे से मारपीट की थी। तहरीर मिली है जांच के बाद मुकदमा दर्ज किया जाएगा।

अब सवाल ये उठता है कि चोरी की घटना को अंजाम देने आने वाले चोर परिजनों को बंधक नही बनाते है। अगर पीड़ित परिवार और घायल महिला की माने तो आने वाले नकाबपोश बदमाशो ने उससे चाभी मांगी थी और न देने पर उसके साथ मारपीट किया था। अमूमन चोरी के घटनाओं में ऐसा कुछ होना पहली बार सामने आया है। सब मिलाकर पुलिस मामले में अपनी उर्जा केवल इसमें लगा रही है कि घटना को चोरी का प्रयास बताया जाए।

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