7 लाख का इनामिया कुख्यात अपराधी संदीप काला सहित लेडी डॉन मैडम मिज़ गिरफ्तार, जाने लारेंस बिश्नोई गैंग के दोनों कुख्यातो की क्राइम हिस्ट्री

तारिक आज़मी

नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने कुख्यात 7 लाख के इनामिया बदमाश संदीप काला उर्फ़ काला जठेडी को गिरफ्तार कर लिया है। सहारनपुर से पकडे गए संदीप काला के साथ मैडम मिज़ भी गिरफ्तार हुई है। लेडी डॉन मैडम मिज़ और संदीप काला लिव इन रिलेशन में रहते बताये जा रहे थे।

मैडम मिज़ का असली नाम अनुराधा है और वह कुख्यात गैगस्टर आनंद पाल की पूर्व गर्ल फ्रेंड तथा उसकी मास्टर माइंड मानी जाती है। आनद पाल के एनकाउंटर के समय मैडम मिज़ फरार हो गई थी। इस प्रकार अपराध जगत पर दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल आज कहर बनकर टूटी और एक नहीं बल्कि दो सफलताये एक साथ उसके हिस्से में आई।

बताया जाता है कि आनंद पाल के एनकाउंटर के दौरान मैडम मिज़ उर्फ़ अनुराधा राजस्थान पुलिस की गिरफ्त से फरार हो गयी थी। फ़रारी के बाद लारेंस विश्नोई की मदद से उसकी मुलाकात संदीप काला उर्फ़ काला जठेड़ी से हुई। वह पिछले 9 महीनों से संदीप काला के साथ लिव इन में रह रही थी। सबसे खास बात सामने उभर कर ये आई है कि मैडम मिज़ यानि अनुराधा के इशारे पर काला जठेड़ी राजस्थान में जबरन उगाही और कत्ल जैसे संगीन वारदातों को अंजाम देता था।

काला जठेड़ी 2020 में फरीदाबाद पुलिस की गिरफ्त से फरार होने के बाद नेपाल या, किसी और देश नहीं गया था इसकी अभी पुष्टि नही हुई है। फिलहाल ये मैडम मिज़ के साथ उत्तराखंड में छिपा हुआ था। वहां से जब वो सहारनपुर आया तो सहारनपुर से पकड़ा गया। उसके पास से एक पिस्टल भी बरामद हुई है। फरारी के दौरान ये दोनों अपराधी हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, महाराष्ट्र के मुम्बई, राजस्थान, एमपी में छिपकर रह चुके हैं।

कौन है मैडम मिज़ ?

अनुराधा को मैडम मिंज के नाम से अपराध जगत में लोग जानते है। अभी से लगभग 6 साल पहले तक राजस्थान के कुख्यात गैंगस्टर आनंदपाल के साथ ही वह रहती थी। मैडम मिज़ ही वह लेडी डॉन थी जो आनंद पाल के गैंग को ऑपरेट करती थी। उस वक़्त आनंदपाल की अदावत राजस्थान के एक अन्य गैंगस्टर राजू बसोदी के साथ चल रही थी। राजू बसोदी के निशाने पर आनंद पाल था। आंनदपाल के एनकाउंटर में मारे जाने के बाद से अनुराधा राजू बसोदी के निशाने पर आ गई थी, क्योकि राजू बसोदी जानता था कि मैडम मिज़ कभी भी उससे बदला ले सकती है।

आनंद पाल के बाद उसने बलबीर बानूड़ा का साथ पकड़ा लेकिन जब बलबीर बानूड़ा पकड़ा गया तो मैडम मिज़ यानि अनुराधा लारेन्स विश्नोई के संपर्क में आ गई, जहां से उसे काला जठेड़ी का साथ मिला। मैडम मिज़ ही वो गैंगस्टर थी जिसके साथ मिलने के बाद आनंदपाल आर्थिक रूप से काफी मजबूत हो गया था। अपराध जगत में चर्चा-ए-आम है कि अनुराधा का दिमाग और आनंदपाल की ताकत के सामने राजस्थान सरकार और पुलिस भी पानी भरती थी।

कौन है संदीप काला ?

हरियाणा के सोनीपत स्थित गांव जठेड़ी का रहने वाला सीधा-सादा संदीप 17 साल के अंदर अपराध की दुनिया का काला जठेड़ी बन गया। जरायम की दुनिया में कदम रखने के बाद संदीप उर्फ काला जठेड़ी अलग-अलग गैंग से हाथ मिलाकर अपनी ताकत बढ़ाता रहा। 200 से ज्यादा शूटर वाले लारेंस बिश्नोई गैंग से जुड़ने के बाद वह अपराध जगत में आगे बढ़ता गया। पुलिस को हत्या, लूट, रंगदारी और मुठभेड़ जैसे मामलों में उसकी तलाश थी। दिल्ली पुलिस के हत्थे चढ़े संदीप के गुर्गों ने हरियाणा पुलिस को यह तक पता नहीं लगने दिया कि वह देश में है या विदेश भाग गया है।

दिल्ली पुलिस की गिरफ्त में आए संदीप उर्फ काला जठेड़ी की तलाश सात राज्यों की पुलिस कर रही थी। उसको गिरफ्तार करने का सबसे ज्यादा दबाव हरियाणा पुलिस पर था। यहां की पुलिस से जठेड़ी गैंग के गुर्गों ने उसको फरवरी में कोर्ट में पेशी के बाद जेल ले जाते हुए हमला कर छुड़वाया था। जठेड़ी गैंग के गुर्गों ने ही उसके विदेश भाग जाने की अफवाह भी फैला दी थी। पुलिस को आशंका थी कि वह दुबई, मलेशिया या थाईलैंड में रहकर गैंग को चला रहा है। सोनीपत पुलिस को भी उसकी कई मामलों में तलाश थी।

कहा से बना गैगेस्टर

सूत्र बताते है कि  लारेंस बिश्नोई के जेल जाने के बाद उसके गैंग की कमान राजू बसौदी संभाल रहा था। एसटीएफ द्वारा राजू बसौदी को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस कस्टडी से भागे संदीप काला जठेड़ी ने गैंग की कमान संभाल ली थी। संदीप जठेड़ी का नाम सबसे पहले दिल्ली में चोरी के मामले में आया था। उसके बाद उसने गोहाना में बड़ी वारदात की थी। सोनीपत सहित हरियाणा के कारोबारियों और ठेकेदारों से वसूली का धंधा संदीप जठेड़ी के गुर्गे चला रहा थे। एक-दो बार क्षेत्र में उसकी सक्रियता की भी अफवाह उड़ी, लेकिन वह पुलिस के हाथ नहीं आया। खनन के धंधे से जुड़े लोगों ने कई बार राजू बसौदी व संदीप जठेड़ी गैंग के सक्रिय होने की शिकायत की थी।

लारेंस बिश्नोई गैंग से जुड़े राजू बसौदी व काला जठेड़ी ने जब भी गैंग की कमान संभाली अपराध करने का तरीका एक जैसा ही रहा। हत्या करने की घटना में जहां 15 से 30 तक गोली मारी जाती तो इसी गैंग का नाम सामने आता है। काला जठेड़ी गैंग की सक्रियता कुछ समय से दिल्ली व यूपी में बढ़ी है। दिल्ली के कारोबारियों और व्यापारियों को निशाना बनाने के साथ ही कई वारदात में जठेड़ी के गुर्गें गिरफ्तार हुए हैं। पुलिस से बचने के लिए यह मेरठ-सहारनपुर क्षेत्र में छिपते थे। दिल्ली पुलिस ने काला जठेड़ी को सहारनपुर से पकड़ा है। वहीं संदीप उर्फ काला जठेड़ी ने अपना हुलिया भी बदल रखा था। बाल और दाढ़ी बढ़ा लिए थे।

काला जठेड़ी पर हरियाणा पुलिस ने सात लाख का इनाम रखा हुआ था। पांच लाख रुपये का इनाम आईजी एसटीएफ ने घोषित किया हुआ था, जबकि दो लाख रुपया एनआईटी फरीदाबाद पुलिस ने रखा था। सोनीपत पुलिस ने भी उस पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित कराने का प्रयास किया था, लेकिन बाद में आईजी एसटीएफ की तरफ से पांच लाख का इनाम घोषित कर दिया गया था।

  • संदीफ उर्फ काला जठेड़ी इन मामलों में रहा नामजद
  • दिल्ली के बादली में 30 सितंबर 2004 चोरी का मुकदमा दर्ज हुआ।
  • -दिल्ली में 19 जनवरी 2007 को हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ।
  • -रोहतक के सांपला में 18 जून 2009  को जानलेवा हमला व हत्या का मुकदमा।
  • -सोनीपत के गोहाना में 18 जनवरी 2010 को हत्या का मुकदमा
  • रोहतक के सांपला में 13 मई 2010 को हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ।
  • -सोनीपत के राई में 26 नवंबर, 2010 को  जानलेवा हमला व हत्या का मुकदमा।
  • दिल्ली के रोहिणी में 2011 अवैध हथियार व धमकी देने का मुकदमा दर्ज हुआ।
  • -दिल्ली-बेगमपुर, 24 फरवरी 2011 को धारा 382, 482 का मुकदमा दर्ज हुआ।
  • -सोनीपत के कुंडली में 22 अप्रैल 2011 को जानलेवा हमला
  • -कैथल में नौ मई,  2011 – धमकी देना, हमला करना
  • -सोनीपत के राई में 15 जुलाई, 2011 को डकैती\
  • सोनीपत के राई, 25 जुलाई 2011 को लूट का मुकदमा।
  • रोहतक के सांपला में 13 दिसंबर 2012 को  हत्या
  • जींद के जुलाना में 27 फरवरी 2012 को हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ।
  • दिल्ली के बेगुमपुर में नौ मार्च 2012 को लूट का मुकदमा।
  • दिल्ली के नरेला में 10 मार्च 2012 को लूट, मारपीट का मुकदमा दर्ज हुआ।
  • -झज्जर के बहादुरगढ़ में 10 मार्च 2012 को जानलेवा हमला व हत्या का मुकदमा।
  • -झज्जर के सदर थाना में 13 जून 2012 को धमकी देने का मुकदमा दर्ज हुआ।
  • सोनीपत के सदर थाना में आठ अप्रैल 2013 को हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ।
  • सांपला रोहतक में 13 नवंबर 2017 को हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ।
  • रोहतक के सांपला में 28 अप्रैल 2018 को हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ।

हमारी निष्पक्ष पत्रकारिता को कॉर्पोरेट के दबाव से मुक्त रखने के लिए आप आर्थिक सहयोग यदि करना चाहते हैं तो यहां क्लिक करें


Welcome to the emerging digital Banaras First : Omni Chanel-E Commerce Sale पापा हैं तो होइए जायेगा..

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *