ओवैसी ने फाड़ी बिल की प्रति, कहा देश को विभाजित करने का एक प्रयास है ये बिल

आदिल अहमद

नई दिल्ली: लोकसभा में नागरिकता संशोधन बिल पर चर्चा के दौरान AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने इस विधेयक पर ऐतराज जताते हुए इसकी कॉपी को फाड़ कर फेंक दिया। बिल को फाड़ते हुए ओवैसी ने कहा कि ये एक और विभाजन होने जा रहा है। यह बिल भारत के संविधान की मूल भावना के खिलाफ है और हमारे स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान करने वाला है। मैं बिल को फाड़ता हूं, जो हमारे देश को विभाजित करने का प्रयास करता है।

हैदराबाद से सांसद ओवैसी ने इस बिल को मौलिक अधिकारों का उल्लंघन भी बताया। इससे पहले असदुद्दीन ओवैसी ने गुरुवार को एक खबरिया चैनल पर बातचीत के दौरान नागरिकता संशोधन बिल और एनआरसी के मुद्दे को लेकर सरकार पर जमकर निशाना साधा था।

ओवैसी ने कहा था कि संविधान में नागरिकता को धर्म से नहीं जोड़ा गया। पहली बार ऐसा हो रहा है जब बीजेपी की सरकार अपना असली चेहरा दिखा रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने दिखा दिया है कि वे अपनी विचारधारा पर अमल कर रहे हैं संविधान पर नहीं। उन्होंने इसे संविधान के अनुच्छेद 14 और 21 का उल्लंघन बताया था।

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