कानपुर मे जश्न-ए-गरीब नवाज़ की शुरुआत दहशतगर्द के खात्में भाईचारा को मज़बूत करने के पैगाम के साथ होगी

मोहम्मद रिज़वान अंसारी

कानपुर. हिंद वली हज़रत ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती गरीब नवाज़ (रह०अलै०) के सालाना उर्स मुबारक पर निकलने वाले मरकज़ी जुलूस ए गरीब नवाज़ की तैयारियों व उर्स के दिन उ०प्र० सरकार द्वारा रद्द किये गये अवकाश को बहाल करने की मांग को लेकर मोहम्मदी यूथ ग्रुप की एक मीटिंग बेकनगंज मे ग्रुप के अध्यक्ष इखलाक अहमद डेविड की अध्यक्षता मे हुई।

वक्ताओं ने कहा कि गरीब नवाज़ के सालाना उर्स की धूम 1 रजब से शुरु हो जाती है 6 तारीख को तो कानपुर शहर मे अलग अलग इलाकों मे जशन ए गरीब नवाज़ के जलसो की धूम बढ़ जाती है पूरा शहर ख्वाजा के रंग मे रंग जाता है। मोहम्मदी यूथ ग्रुप शहर के अलग – अलग जगहों पर जशन ए गरीब नवाज़ व रजब की 1 तारीख से 7 तारीख तक प्रोग्राम करता है। जिसमेँ सबसे पहले परचम कुशाई के साथ उर्स का आगाज़ उसके बाद पेड़ लगाने, बेटी बचाओं-बेटी पढ़ाओं, पानी बचाने, साफ-सफाई अपनें मुल्क की खिदमात के जज़्बे का पैगाम देना, मुल्क की खुशहाली-तरक्की व मुल्क से दहशतगर्द के खात्मे, आपसी भाईचारा मजबूत करने के लिए आयते करीमा का विरद गरीब नवाज़ के दरबार मे सर्वधर्म चादर के प्रोग्राम व रजब की 6 तारीख को जशन ए गरीब नवाज़ के बाद जुलूस ए गरीब नवाज़ जो खानकाहे हुसैनी से उठता है।

वक्ताओं ने कहा गरीब नवाज़ ने लगभग 900 साल पहले इंसानियत मोहब्बत अख़लाक़ का जो पैगाम दिया था जिससे हिंदू मुसलमान एक सूत्र मे बंधे है वो डोर अब ढीली पड़ रही है उस डोर को मजबूत करना होगा ख्वाजा गरीब नवाज़ का फरमान तमाम इबादतों से बढ़कर इबादत है कि गरीब मज़लूम परेशान पड़ोसी की मज़हब के दायरे से बाहर आकर मदद करों, भूखे को खाना खिलाना, प्यासे को पानी पिलाना भी इबादत है। आज हम पड़ोसी तो दूर अपने परेशान भाई की मदद करना पसंद नही करते यह सोच बदलनी होगी। मीटिंग मे तय हुआ कि इस बार कानपुर मे जशन ए गरीब नवाज़ की शुरुआत दहशतगर्द के खात्मे, भाईचारा को मज़बूत करने, इंसानियत मोहब्बत अख़लाक़ को बढ़ावा देने का पैगाम देने के साथ होगे।

ग्रुप के अध्यक्ष इखलाक अहमद डेविड उपाध्यक्ष मुरसलीन खाँ भोलू के साथ ग्रुप के सभी पदाधिकारियों ने एक स्वर मे ख्वाजा गरीब नवाज़ के सालाना उर्स मुबारक 6 रजब पर उ०प्र० सरकार द्वारा रद्द किये गये अवकाश को बहाल करने की मांग सूबे के मुखिया जनाब योगी आदित्यनाथ साहब से इसी वर्ष हिंदू मुस्लिमों की गरीब नवाज़ मे आस्था उनकी भावनाओं का आदर व उनकी नाराज़गी दूर करने के लिए गरीब नवाज़ के उर्स के दिन रद्द अवकाश को बहाल करने का एलान करें। मीटिंग के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री जी को फैक्स व स्पीड पोस्ट के माध्यम से मांग पत्र भी भेजा।

मीटिंग मे इखलाक अहमद डेविड, मुरसलीन खाँ भोलू, अबुल हाशिम कश्फी, हाफिज़ मोहम्मद कफील, हाजी निज़ामुद्दीन, इस्लाम खान, महबूब आलम खान, शादाब अली, फाजिल चिश्ती, एजाज़ रशीद, नूर आलम, मोहम्मद जावेद, गुलज़ार आलम, शमशुद्दीन, शारिक सूफी, अबरार वारसी, तौफीक रेनू, हाजी मोहम्मद नासिर खान, अब्दुल रहमान, मोहम्मद काशिफ खान, मोहम्मद जमशेद, सैय्यद अरशद, मोहम्मद अनीस, इरफान अशरफी, सैय्यद फरहान, आज़म महमूद, शाह मोहम्मद आदि थे।

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