5 करोड़ का घोटाला कोऑपरेटिव बैंक द्वारा हुआ उजागर जब लोगो ने अपना पैसा मांगना किया सुरु

अनुराग पाण्डेय

वाराणसी। ट्रिनिटी मल्टी स्टेट क्रेडिट कोऑपरेटिव क्रेडिट सोसायटी लिमिटेड नामक प्राइवेट बैंक के वाराणसी के शाखा के 5 करोड़ का घोटाला सामने आ रहा है। वाराणसी में इसकी कई शाखाये थी। सारनाथ पंचकोशी स्थित इसकी जोनल ऑफिस थी। जोनल हेड आज़ाद मौर्या अखरी थाना रोहनियां जो कि लोगो को बैंक में कार्यकर्ता बना कर जोड़ते थे, अब सामने नही आ रहे है। आजाद मौर्या बताते थे कि यह भारत सरकार के कृषि विभाग से संबंधित है। सबसे ज्यादा पैसा जोनल कार्यालय में ही जमा था 2 वर्ष से ना ही लोगो को तनख्वाह दी गयी, ना ही कार्यालय का किराया। साथ ही जिन लोगो की मैच्यूरिटी पूरी हो गयी है उनका पैसा भी गबन कर लिया गया है।

अब कार्यकर्ताओ, मकान मालिक के साथ ही सभी खाता धारक आक्रोशित दिख रहे है। अगर जांच की जाये तो सिर्फ 5 करोड़ ही नही बल्कि कई शाखाओं को मिलाकर कई करोड़ के घोटाले की बात सामने आयेगी। सभी लोग इस पर सारनाथ थानाध्यक्ष को आज़ाद मौर्या के विरुद्ध कार्यवाही के लिये व वाराणसी कमिश्नर से लिखित शिकायत दर्ज करवा कर आज़ाद मौर्या के विरुद्ध कार्यवाही करना चाहते है। इसके पहले भी आज़ाद के विरुद्ध आईजीआरएस किया गया था लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई थी।

लखनऊ में भी लाखों की धोखाधड़ी का मामला दर्ज

लखनऊ में कोर्ट के आदेश पर ट्रिनिटी मल्टी स्टेट क्रेडिट सोसाइटी पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया। कंपनी पर निवेश के नाम पर लोगों का लाखों रुपया हड़पने का आरोप है। लखनऊ कोर्ट के आदेश के बाद ट्रिनिटी मल्टी स्टेट क्रेडिट सोसाइटी के खिलाफ विकास नगर थाने में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया। आरोप है कि कंपनी ने निवेश के नाम पर लोगों की खून पसीने की कमाई हड़प ली। इसकी शिकायत संत कबीर नगर निवासी अहमद हुसैन ने पहले विकास नगर थाने में की थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि उनके साथ निवेश के नाम पर 24 लाख रुपये की धोखाधड़ी हुई।

पुलिस ने जब इस मामले में कोई कार्यवाही नहीं की तो वो कोर्ट चले गए। इसे लेकर कोर्ट ने गुरुवार को मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए थे। जिसके बाद पुलिस हरकत में आयी और मामले की जांच शुरू की। अहमद हुसैन ने बताया कि विकास नगर में ट्रिनिटी मल्टी स्टेट क्रेडिट सोसाइटी का कार्यालय है। उनको सोसाइटी में आरडी, एफडी, दैनिक जमा योजना सहित कई योजनाओं के तहत लोगों से निवेश कराने के लिए मगहर ब्रांच का कलेक्शन एजेंट बनाया गया था। सोसायटी ने ऐसे ही कई जिलों में ब्लॉक स्तर पर एजेंट बनाए थे। कंपनी ने लोगों से अलग-अलग योजनाओं में पैसा निवेश कराया।

अहमद हुसैन ने कहा कि उनसे भी 24 लाख रुपये निवेश के नाम पर लिए गए। इसके बदले में सोसाइटी की तरफ से उन्हें रसीद व अन्य दस्तावेज दिए गए। आरोप है कि निवेश की अवधि पूरी होने के बाद भी उन्हें रुपया वापस नहीं लौटाया गया। उन्होंने जब सोसाइटी से संपर्क किया तो सोसायटी के कर्मचारियों ने टालमटोल शुरू कर दी। उसके कुछ दिनों बाद सोसाइटी ने रुपया देने से साफ इनकार कर दिया। अहमद हुसैन ने बताया कि जब उन्होंने पुलिस से शिकायत करने की बात कही तो उन्हें धमकी दी गई।

इंस्पेक्टर विकासनगर आनंद कुमार तिवारी का कहना है कि अहमद हुसैन ने कोर्ट में केस दायर किया था। उसके बाद ही कोर्ट ने आदेश दिया। आदेश के अनुसार ट्रिनिटी मल्टी स्टेट क्रेडिट सोसाइटी पर धोखाधड़ी की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। सोसायटी के एमडी रामकेश शर्मा, माया त्रिवेदी, प्रशांत रंजन श्रीवास्तव, अनिल शर्मा, गोपाल सिंह, संतोष अग्रहरि, अनूप शर्मा, अरविंद पाण्डेय, विजय शंकर गुप्ता, शकुंतला, बजरंगी पाठक और अरुण कुमार शर्मा के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज की गई है।

उन्होंने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। साक्ष्य सामने आने पर आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। वाराणसी में लोगो ने सरकार द्वारा मिले जमीन के मुआवजे को इस बैंक में जमा किया था जो अब डूबता नजर आ रहा है। प्रशासन को इसे तुरंत संज्ञान में लेकर ऐसे ठगी करने वालो के विरुद्ध ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।

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