दिवंगत मुख़्तार अंसारी के परिजनों को ‘पुरसा’ देने पहुचे अखिलेश यादव ने कहा ‘उनकी गलत छवि प्रस्तुत किया गया, यह परिवार आज भी ग़रीबों के कल्याण में लगा हुआ है’, बोले उमर अंसारी ‘अखिलेश भईया हमारे गार्जियन है’

शाहनवाज़ अहमद/रियाज़ अहमद ‘सोनू’

गाजीपुर: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव आज रविवार को दिवंगत 5 बार के पूर्व विधायक मुख़्तार अंसारी के ग़ाज़ीपुर स्थित युसूफपुर मुहमदाबाद आवास पर शोक संतप्त परिवार को सान्तवना देने पहुचे। अखिलेश यादव के आगमन की प्रशासन ने मुस्तैद व्यवस्था किया था। पारिवारिक सूत्रों के अनुसार इस दरमियान मुख़्तार अंसारी की पत्नी अफशा अंसारी और बड़े बेटे विधायक अब्बास अंसारी को छोड़ परिवार के सभी सदस्य मौजूद थे।

अखिलेश यादव ने इस मुलाक़ात के बाद कहा कि मुख़्तार अंसारी की छवि को ग़लत तरीक़े से पेश किया गया। अखिलेश यादव ने कहा, ‘मैं परिवार के सभी सदस्यों से मिला हूं। दुख की इस घड़ी में परिवार के सदस्यों से मिलकर जा रहा हूं। जो घटना हुई है, वो शॉकिंग है, सबके लिए। ये तब और शॉकिंग है जब मुख़्तार अंसारी ने ख़ुद कहा था कि उन्हें ज़हर दिया जा रहा है। हमें उम्मीद है कि सरकार सच्चाई सामने लाएगी और परिवार को न्याय मिलेगा। मेरे साथ मनु और उमर अंसारी खड़े हैं, क्या इनके परदादा की आज़ादी की लड़ाई में कोई भूमिका नहीं थी? इन बातों को सरकार छिपाना चाहती है।’

उन्होंने कहा, ‘कभी-कभी दूर बैठे लोगों को इस बात का अहसास नहीं होता कि वे कैसे थे। जो छवि दिखाई गई, वे वैसे नहीं थे। यह परिवार आज भी ग़रीबों के कल्याण में लगा हुआ है। यही वजह है कि हज़ारों की संख्या में लोग यहां जुटे और उन्होंने परिवार को संदेश दिया कि वे इस वक़्त में उनके साथ खड़े हैं। हम कैसे मान सकते है कि यह स्वाभाविक मौत थी? यहां तक ​​कि रूस में भी विपक्ष के नेता को जेल के अंदर ज़हर देकर मार दिया गया था।’

इस मुलाकात के बाद मुख़्तार अंसारी के छोटे बेटे उमर अंसारी ने हमसे बात करते हुवे अखिलेश यादव को अपने गार्जियन के तौर पर बताया और कहा कि ‘अखिलेश यादव भइया आए थे। उन्होंने ग़म के इस मौक़े पर, जो इतना बड़ा ग़म हमारे ऊपर टूटा है, हमारे लिए जो अपूर्ण क्षति है, उसमें आकर हमारा हौसला बढ़ाया। हमें इमोशनली बैलेंस्ड करने की कोशिश की। मेरी माता जी नहीं थीं, मेरे बड़े भाई अब्बास अंसारी साहब नहीं थे, बाक़ी पूरा परिवार था। इन दोनों लोग की कमी थी, लेकिन इससे कहीं न कहीं मेरे सीने को कुछ क़रार आया है।’

उमर अंसारी ने कहा कि ‘जो नुकसान था, वो तो हो गया और अब उसकी कोई भरपाई तो हो नहीं सकती, लेकिन माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष जी ने हम लोगों को हिम्मत, हौसला दिया। माननीय नेताजी मुलायम सिंह यादव जब थे, तब उन्होंने हमेशा हमारे पिता के अभिभावक के तौर पर उनका हाथ पकड़कर उनको संभाला। अब माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव जी हमारे गार्जियन हैं।’

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