यश भारती सम्मान के लिए नामाकन की अन्तिम तिथि 30 सितम्बर।

नूर आलम वारसी।
बहराइच : संगीत, साहित्य, क्रीड़ा, ललित कलाएं तथा अन्य क्षेत्रों में विशेष प्रतिभावन विशिष्ट व्यक्तियों को, जिन्होंने अपने व्यक्तिगत प्रयासों से सम्बन्धित विधा में उत्कृष्टता के आयाम स्थापित किये तथा राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर गौरव प्राप्त किया है उन्हें वित्तीय वर्ष 2016-17 में राज्य सरकार द्वारा ‘‘यश भारती सम्मान’’ से सम्मानित किया जाना प्रस्तावित है। ‘‘यश भारती सम्मान’’ के अन्तर्गत चयनित/पुरस्कृत महानुभावों को रू. 11.00 लाख की धनराशि, अंग वस्त्र एवं प्रशस्ति पत्र भेंट स्वरूप प्रदान किया जायेगा। 

निदेशक, संस्कृति निदेशालय, उत्तर प्रदेश की ओर से जिलाधिकारी को प्रेषित पत्र. में कहा गया है कि यश भारती सम्मान के लिए अपने अधीनस्थ विभागों के पात्र महानुभावों के नामांकन 30 सितम्बर 2016 तक अवश्य उपलब्ध करा दें। यश भारती सम्मान के लिए निर्धारित प्रारूप पर अभ्यर्थी का नाम, पिता/पति का नाम, जन्म स्थल, जन्मतिथि/आयु, राष्ट्रीयता, पता (वर्तमान एवं स्थायी), व्यवसाय (यदि सरकारी सेवा में हैं तो पदनाम सहित उल्लेख करना होगा), कार्यक्षेत्र, पूर्व में प्राप्त सम्मान/पुरस्कारों का विवरण तथा विशिष्ट उपलब्धियों का संक्षिप्त विवरण (जो 200 शब्दों से अधिक न हो) के साथ आवेदन करना होगा। आवेदन-पत्र मुख्य विकास अधिकारी के माध्यम से प्रस्तुत किये जा सकते हैं। 
यश भारती सम्मान के लिए प्रख्यापित मार्गदर्शक सिद्धान्त के अनुसार शास्त्रीय संगीत व लोक गीत (गायन, वादन, नृत्य), आधुनिक एवं परम्परागत नाट्य विधायें (नाट्य लेखन, अभिनय निर्देशन आदि), आधुनिक एवं परम्परागत ललित कलायें (चित्रकला, मूर्तिकला आदि), कार्टूनिस्ट, फिल्म एवं दूरदर्शन तथा आकाशवाणी धारावाहिक (आलेखन, अभिनय, निर्देशन, कास्ट्यूम, सिनेमाटोग्राफी आदि), अन्य क्षेत्रों (यथा साहित्य, विज्ञान, क्रीडा, शिक्षा इत्यादि के क्षेत्रों में विशिष्ट योगदान करने वाले महानुभाव) जिन्हें स्क्रीनिंग समिति सुपात्र समझे यश भारती सम्मान प्रदान किया जायेगा। यह सम्मान किसी भी पात्र महानुभाव को मरणोपरान्त भी दिया जा सकता है।
 यश भारती सम्मान के लिए आवश्यक अर्हताओं में सम्बन्धित व्यक्ति को उत्तर प्रदेश का मूल निवासी होना चाहिए साथ ही उसकी कर्म भूमि भी उत्तर प्रदेश रही हो। कलाकार को उत्कृष्ट कला सम्बन्धित विद्या/क्षेत्र में अपनी प्रतिभा, दीर्घसाधना और श्रेष्ठ उपलब्धि के भरसक निर्विवाद मापदण्डों के आधार पर राष्ट्रीय एवं अन्र्तराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त व्यक्ति होना चाहिए। नैतिक अधर्मता विषयक अपराध के आरोपी को यश भारती सम्मान नहीं प्रदान किया जायेगा। छद्म/छल से प्राप्त यश भारती सम्मान धनराशि सहित वापस ले लिया जायेगा।
यश भारती सम्मान के लिए प्रख्यापित मार्गदर्शक सिद्धान्त के अनुसार उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी, भातखण्डे हिन्दुस्तानी संगीत महाविद्यालय, उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र इलाहाबाद, भारतीय सांस्कृतिक सम्बन्ध परिषद लखनऊ, कथक केन्द्र लखनऊ, भारतेन्दु नाट्य अकादमी, लखनऊ आकाशवाणी, दूरदर्शन केन्द्र, जिलाधिकारियों एवं मण्डलायुक्तों से निर्धारित प्रारूप पर नामांकन प्राप्त किये जायेंगे। इसके अलावा अन्य क्षेत्रों यथा साहित्य, विज्ञान, क्रीडा, शिक्षा इत्यादि के क्षेत्रों में विशिष्ट योगदान करने वाले महानुभावों के नामाॅकन सम्बन्धित विभागीय प्रमुख सचिव/सचिव के माध्यम से एवं मान्यता प्राप्त रजिस्टर्ड संगीत नृत्य, नाट्य, फिल्म/दूरदर्शन की शिक्षण व प्रदर्शन संस्थाओं व अन्य स्रोतों से प्राप्त नामांकन भी निर्धारित तिथि तक निदेशक संस्कृति निदेशालय द्वारा स्वीकार किये जा सकत हैं। प्रत्येक विभाग भी अपने स्तर पर चयन समिति का गठन कर नाम प्रस्तावित कर सकते हैं।  

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