पलिया – सबने झोक रखी है जान अंतिम समय में

फारुख हुसैन 
पलिया विधानसभा137  में चुनाव प्रचार अब अंतिम चरण की तरफ बढने लगा है सभी प्रत्याशियों ने गर्म जोशी के साथ अपनी अपनी तैयारियों में तेजी शुरू कर दी है । जिसमें भाजपा प्रत्याशियों ने जबरदस्त सेंध मारी की है पर मुस्लिम  अलग-थलग दिखाई पड़ता है और वही बसपा प्रत्याशी वी के अग्रवाल ने दलित व कुर्मी तथा ब्राहम्मण मतदाताओं में अपनी पकड़ मजबूत की है

वहीं मुसलिम मतदाता सपा- और बसपा के पाले में चला गया है वहीं सपा कांग्रेस गठबंधन प्रत्याशी शैफ अली नकवी अपनी हर ओर धाक जमाने में जुट गये हैं । भाजपा प्रत्याशी   मुसलिमों को अपने-अपने पाले में लाने को लेकर अपनी पूरी ताकत लगानी शुरू कर दी है परंतु इसके साथ – साथ भाजपा के वरिष्ठ कार्यकर्ता और पदाधिकारी मुस्लिम समाज को लेकर उल्टा सीधा बयान देना शुरू कर दिया है जिससे मुस्लिम समाज में भाजपा के प्रति एक अलग ही विचारधारा हो गयी हैं ।हर प्रत्याशी  अपना स्वाजातिय मत को बरकरार रखने को लेकर अधिक चितित नजर आ रहे है ।फिलहाल जीत की ओर अग्रसर प्रत्याशी के भाजपा प्रत्याशी रोमी साहनी ,सपा कांग्रेस गठबंधन प्रत्याशी शैफ अली नकवी और बसपा प्रत्याशी वी के अग्रवाल ने अपने चुनाव प्रचार में सारी ताकत लगा दी है और इसके साथ मैदान में आयी दूसरी पार्टियाँ  भी अपना वर्चस्व स्थापित करने की पूरी कोशिश कर रहें हैं ।हर प्रत्याशी अपने पार्टी के महानुभावों से जनसभाये करवा रहें हैं  ।जिस तरह से  भाजपा के अध्यक्ष अमित शाह की रैली में डिंपल यादव ने सपा के साथ अपनी ताकत का प्रदर्शन किया है इसके साथ ही दूसरे प्रत्याशियों ने भी अपनी ताकत का प्रदर्शन किया है अब केवल प्रधानमंत्री नरेंन्दमोदी की जनसभा जो कल लखीमपुर में होनी है और सपा कांग्रेस गठबंधन के राहुल गांधी की जन सभा जो कि पलिया कलां में होनी है उससे उनकी जीत सुनशिचित होना है।परंतु एक पार्टी ऐसी है जिसने 100 रुपये के सटाम्प पर अपने वायदो कि नीव रखी है जो कि हो सकता है कभी आगे आये । फिलहाल अब पलिया में त्रिकोड़ी मुकाबला होना तय हो चुका है जिसमें समझ में ही नहीं आ रहा है कि जीत किसके पाले में हैं कभी रोमी साहनी सब पर भारी नजर आ रहे है तो कभी वी के अग्रवाल और कभी शैफ अली नकवी पर एक बात तो हैं कि उनको अपने मतों पर कडी़ चौकसी रखने की जरुरत है बसपा के बी.के.अग्रवाल ने जहां बसपा के दलित मतों के साथ मुसलमान व मारवाड़ी मत को लेकर मजबूत है वहीं सैफ अली नकवी अपने वालिद (पिता जी) जफर अली नकवी को लेकर चुनाव प्रचार में ताकत लगा रखी है इनको मुसलिम मतदाताओं के अलावा सभी जातियों पर भरोसा है और वह अपने को मजबूत मान रहे है। फिलहाल मुकाबला कडा़ और त्रिकोड़ी होना अब सुनशिचित है और इसमें किसकी जीत का बिगुल बजेगा कुछ कहा नहीं जा सकता।

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