उफ़ रे कलयुग, अवैध सम्बन्ध का नशा, घर के चश्म-ओ-चिराग ने सुलवा दिया पुरे परिवार को मौत की नींद, प्रयागराज में हुई 4 हत्याओं के चंद घंटो में ही हल किया पुलिस ने केस

तारिक खान

प्रयागराज. आज प्रयागराज एक ही परिवार के चार सदस्यों की एक साथ हत्या से दहल उठा था. हर तरफ इस घटना को लेकर दहशत थी. इलेक्ट्रानिक्स दुकानदार तुलसीदास, उनकी पत्नी किरण, बेटी गुडिया और बहु प्रियंका मौत की नींद सो चुके थे. सभी की हत्या गला रेत कर किया गया था. घटना  प्रीतमनगर में नीवा चौकी के पास की थी.

लॉक डाउन में इस दुस्साहसिक घटना के बाद शहर में दहशत का माहोल कायम हो गया. घटना की जानकारी होने पर जिले के तमाम आला अधिकारियो ने मौके का मुआयना किया. खुलासे का बड़ा दबाव पुलिस पर था. पूरा घर मौत की नींद सो चूका था. परिवार में सिर्फ एक बेटा आतिश बचा था. तुलसीदास इलेक्ट्रानिक्स आइटम्स की दूकान चलाते थे और बेटा आतिश भी दूकान के काम में हाथ बटाटा था. किसी से कोई दुश्मनी का एंगल नही था.

घर के भीतर हुई हत्या के समय आतिश ने बताया था कि वह बैंक किश्त जमा करने गया था. मौके पर खोजी कुत्तो से भी काम लिया गया. कुछ दूर जाने के बाद कुत्ते भी वापस आ गए थे. पुलिस के ऊपर भी दबाव और शहर में दहशत का माहोल. लोगो को समझ नही आ रहा था कि आखिर घटना का कारण क्या है और किसने घटना को अंजाम दिया है. मगर पुलिस ने चंद घंटो एक अन्दर ही मामले का खुलासा करते हुवे मृतक तुलसीदास के बेटे आतिश और उसके नौकर को हिरासत में ले लिया और दो अन्य भाड़े के हत्यारों की तलाश जारी कर दिया है.

घटना का खुलासा होने के बाद जो जानकारी सामने निकल कर आई वह वाकई इंसानियत पर से भरोसा उठाने वाली थी. आतिश का एक पराई स्त्री के साथ अवैध सम्बन्ध था. इसकी जानकारी परिजनों को होने के बाद सभी इसके मुखालिफ थे. इसको लेकर परिवार में अक्सर झगड़े होते थे. पूरा परिवार आतिश के इस कृत्य का विरोधी था. आपसी रंजिशे परवान चढ़ रही थी.

इसी दौरान आतिश को पता चला कि उसके खुद के परिजन पड़ोस के एक व्यक्ति के सहयोग से उसके खुद के ऊपर मुकदमा करवाना चाहते है. पुलिस को इतनी जानकारी होने के बाद फिर शिकंजा कसा आतिश के ऊपर. आतिश ने शुरू में पुलिस को बताया था कि वह 1:30 बजे दोपहर में बैंक किश्त जमा करने गया था. वापस आने पर देख कि दरवाज़े की कुण्डी नही लगी थी. इसके बाद जब उसने अन्दर जाकर देखा तो चारो परिवार एक सदस्य मृत पड़े थे.

पुलिस का दावा है कि जब उसने इसके बाद आतिश से कड़ाई के साथ पूछताछ किया तो उसने सारे राज़ उगल डाले. आतिश ने पुलिस को बताया कि उसके अवैध सम्बन्ध के कारण परिजनों से उसकी अक्सर कलह होती रहती थी. जिससे तंग आकर उनसे अपने दूकान के कर्मचारी अनुज को 8 लाख में सबकी हत्या की सुपारी दिया था. अनुज ने यह कार्य कौशाम्बी के दो भाड़े के बदमाशो से करवाया था.

पुलिस ने मामले में मुख्य षड़यंत्रकर्ता आतिश के साथ अनुज को हिरासत में ले लिया है. पुलिस टीम कौशाम्बी से आये भाड़े के दो हत्यारों की गिरफ्तारी हेतु दबिश डाल रही है. समाचार लिखे जाने तक भाड़े के दोनों बदमाशो की गिरफ़्तारी में पुलिस को सफलता हाथ नही लगी थी.

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