फिक्रमंद कर रहा देश में बढ़ रहा कोरोना का मामला, नए कोरोना के JN.1 वेरिएंट ने बढ़ाई चिंता

तारिक खान

डेस्क: देश में कोरोना के JN.1 वेरिएंट के मामले बढ़ रहे हैं। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) ने इसे पब्लिक इमरजेंसी का मामला नहीं बताया है। लेकिन सभी देशों से इस पर निगरानी बनाए रखने को कहा है। बढ़ते मामलों के बीच चंडीगढ़ और कर्नाटक में लोगों से मास्क लगाने को कहा गया है। बुखार या सांस लेने में दिक्कत आने पर डॉक्टर को दिखाने की सलाह दी गई है। प्रशासन ने कोरोना संक्रमित व्यक्तियों के लिए 7 दिनों का आइसोलेशन भी अनिवार्य कर दिया है।

इसके अलावा, कर्नाटक सरकार ने भी एक एडवाइजरी जारी की है। इसमें कहा गया है कि 60 साल से ऊपर के लोग, गंभीर बीमारी वाले लोग, गर्भवती महिलाएं और स्तनपान कराने वाली महिलाएं बाहर निकलने पर मास्क पहनें। साथ ही भीड़-भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचने के लिए कहा गया है।

वहीं, केरल में कोरोना के 300 नये मामले सामने आए हैं। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार, राज्य में 3 लोगों की कोरोना से मौत भी हुई है। वर्तमान में केरल में 2341 एक्टिव केस हैं। पूरे देश में कोविड-19 के 359 नए मामले आए हैं। पूरे देश में कोरोना के कुल 2669 एक्टिव केस हैं। केरल के बाद सबसे ज्यादा मामले कर्नाटक से 13 मामले सामने आए हैं। राज्य में फिलहाल 92 एक्टिव केस हैं। वहीं कर्नाटक में दो लोगों की मौत भी हुई है।

इसके अलावा तमिलनाडु में 12 नए मामले हैं और राज्य में कुल 89 एक्टिव केस हैं। वहीं दिल्ली में 3 और गोवा में 19 नए कोरोना मरीज रिपोर्ट किए गए हैं। गुजरात में 11 नए मामलों के साथ कुल 23 एक्टिव केस हैं। वहीं, महाराष्ट्र में भी 10 नए मामलो के साथ कुल 45 एक्टिव कोरोना केस है।

वही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, केरल, महाराष्ट्र, झारखंड और कर्नाटक में कोविड मामलों में बढ़ोतरी देखी गई है। नए वेरिएंट JN.1 की बात करें तो नीति आयोग के सदस्य डॉक्टर वीके पॉल ने इसको लेकर मीडिया से जानकारी साझा की है। 20 दिसंबर को उन्होंने बताया कि पूरे देश में अब तक JN।1 वेरिएंट के कुल 21 केस सामने आए हैं। जिनमें से 19 मामले गोवा से आए हैं। इसके अलावा, एक मामल केरल से और एक गोवा-महाराष्ट्र की सीमा के पास का है। हालांकि, JN.1 वेरिएंट से जुड़ा ये डाटा बहुत ज्यादा सटीक नहीं माना जा रहा है।

इन मामलों की जानकारी जीनोम सीक्वेंसिंग से मिली है। इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अधिकांश राज्यों की प्रयोगशालाओं ने जून-जुलाई से जीनोम सीक्वेंस भेजना बंद कर दिया है। इधर, चंडीगढ़ प्रशासन ने लोगों को भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचने को कहा है। साथ ही लोगों से मास्क पहनने का आग्रह किया गया है। अस्पताल जाने वाले मरीज और उनके परिजनों के लिए मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है।

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